Monday, June 1, 2015

मुझसे रुठोगे अगर तुम तो किधर मैं जाऊंगा





...
.
मुझसे रुठोगे अगर तुम तो किधर मैं जाऊँगा,
मैं हूँ आईना जो टूटा तो बिखर मैं जाऊँगा |

.
कुछ ख़लिश होगी तुझे ये राह बदलेगा अगर,
दिल में चाहत तो रहेगी अब जिधर मैं जाऊँगा |
.
लोग कहते हैं नशा ग़म को भुला देता अबस,
जो भी मयख़ाना मिलेगा फिर उधर मैं जाऊँगा |

.
रौशनी देकर शमा ख़ुद को जला देती मगर ,
यूँ वफ़ा सबसे निभाओ तो सिहर मैं जाऊँगा |

.
मैंने वादा था किया तुमसे दिलो जाँ बनके यूँ,
तुम भी दे दो गर जिगर अपना निथर मैं जाऊँगा |



हर्ष महाजन 'हर्ष'



2122 2122 2122 22

No comments:

Post a Comment